क्रिप्टोकरेंसी और शेयर मार्केट में अंतर! Crypto vs Share Market In Hindi

जानिये, कौन अच्छा है निवेश के लिये- शेयर मार्केट या क्रिप्टो-करेंसी!

किसी भी निवेशक को यह जानने की जरूरत है कि वे वास्तव में क्या निवेश कर रहे हैं। व्यापार (Trade) का इतिहास उतना ही लंबा है, जितना कि खुद इतिहास। हालांकि, शेयर बाजार की शुरुआत 400 साल पहले ही हुई थी और पूंजीपति इसमें निवेश करते आ रहें है।

लेकिन 10 साल पहले आई “क्रिप्टो-करेंसी” खासकर Bitcoin में लोग जमकर निवेश कर रहें है। अभी तक क्रिप्टोकरेंसी ने शेयर बाज़ार के मुकाबले काफी बेहतर मुनाफा दिया है। तो, क्या शेयर मार्केट के बजाय Cryptocurrency में इन्वेस्ट करना चाहिये? दोनों में क्या अंतर है? और कौन सा वाकई बेहतर है!

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यहाँ हम Crypto Market और Share market के बीच महत्वपूर्ण अंतर को, निम्न बिन्दुयों के संदर्भ में बताने जा रहें हैं।

  • संपत्ति का कारोबार (Assets traded)
  • बाजार की परिपक्वता (Maturity of the market)
  • अस्थिरता (Volatility)
  • शुल्क और नियम (Fees and regulations)
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क्रिप्टोकरेंसी और शेयर मार्केट में अंतर (Crypto and Share market):

स्टॉक मार्केट में शेयरों में ट्रेड होता है, जबकि क्रिप्टो मार्केट क्रिप्टोकरेंसी (डिजिटल मुद्राओं), जैसे बिटकॉइन, एथेरियम और कई अन्य में ट्रेड करता है। Cryptocurrency वर्चुअल या डिजिटल पैसा है, जो काफी सिक्योर्ड होता है। स्टॉक मार्केट में शेयर एक कंपनी में एक आंशिक स्वामित्व होता है।

जब आप किसी कंपनी में स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से शेयर खरीदते हैं, तो आप कंपनी के एक हिस्से के मालिक बन जाते हैं। क्रिप्टोकॉइन की खरीद में जरूरी नहीं कि इसे जारी करने वाली कंपनी में आंशिक हिस्सेदारी मिले। स्टॉक की तुलना में क्रिप्टोकरेंसी का खरीद-बिक्री करना बहुत आसान है।

सार्वजनिक रूप से कारोबार करने वाली कंपनी धन जुटाने के लिए अपनी इच्छा से शेयर जारी कर सकती है। इसके विपरीत, अधिकांश क्रिप्टोकरेंसी में सिक्कों या टोकन की एक सीमित संख्या होती, जिसे एक बार ही जारी किया जा सकता है।

शेयर मार्केट में क्रिप्टोकरेंसी की तुलना में लंबे समय से कारोबार कर रहे हैं और इसलिए अधिक परिपक्व हैं। स्थानीय कानून उनकी गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं और स्टॉक एक्सचेंजों को भी सरकारी समर्थन प्राप्त होता है।
दूसरी ओर, क्रिप्टो मार्केट अभी भी नया हैं और निरंतर विकास की स्थिति में हैं। हालांकि निवेशकों के विश्वास को बढ़ावा देने के लिए एक्सचेंजों के विनियमन को बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहें हैं।

मार्केट में उतार-चढ़ाव:

वास्तव में, बाजार की अस्थिरता को सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह से माना जा सकता है। कम उतार-चढ़ाव का अर्थ है अधिक स्थिर बाजार। हालांकि, इसका अर्थ अक्सर फायदें के लिए लंबा इंतजार भी होता है। शेयर मार्केट में अक्सर ऐसा होता है। यह मार्केट अक्सर राजनीतिक घटनाओं से प्रभावित होता है।

क्रिप्टोकरेंसी मार्केट में अधिक अस्थिरता या उतार-चढ़ाव होता हैं। हालांकि, इसमें अक्सर फायदें के लिए लंबा इंतजार भी नहीं करना होता है। क्रिप्टोकरेंसी सरकारों और अन्य वैश्विक संस्थानों से अलग होती हैं इसलिये वे काफी हद तक राजनीतिक प्रभावों से अछूती हैं।

शेयर मार्केट का कोई शेयर बाजार में सम्बंधित कंपनी के प्रदर्शन के आधार पर अपनी मूल्य बदलते हैं, जबकि क्रिप्टोकरेंसी का मूल्य उसकी बाजार की मांग, आपूर्ति और अपनाने के आधार पर बदलता है।

शेयर मार्केट में कारोबार करने के लिए आपको Demat अकाउंट/ ब्रोकर की आवश्यकता होगी और एक बार ये हो जाने के बाद, आपको खरीदने और बेचने के लिए अप्रूवल की आवश्यकता होगी। इसके अलावा, व्यापार व्यावसायिक घंटों तक ही सीमित है। मतलब शेयर मार्केट सुबह 9:15 में खुलेगी और शाम 5 बजे बंद हो जाती है। सार्वजनिक छुट्टियों आदि में कारोबार नहीं होता इसमें।

इसके विपरीत, सार्वजनिक छुट्टियों की परवाह किए बिना, किसी भी समय और किसी भी दिन, क्रिप्टोकरेंसी का कारोबार किया जा सकता है। क्रिप्टो एक्सचेंज दिन में 24 घंटे खुले रहते हैं, जो तेजी से व्यापार की अनुमति देता है। क्रिप्टोकरेंसी में निवेश आरंभ करना सरल प्रक्रिया है, जिससे यह सभी सामाजिक स्तर के लोगों के लिए अधिक सुलभ हो जाता है।

शुल्क और नियम (Fees and regulations)

शेयर बाजार में, ब्रोकर एक निश्चित शुल्क या कमीशन लेते हैं, बैंक आपसे भुगतान करने के लिए शुल्क लेते हैं और पूंजीगत लाभ पर टैक्स लगाया जाता है।
Cryptocurrency एक्सचेंजों पर ट्रेडिंग में अपेक्षाकृत कम लागत आती है। ब्लॉकचैन पर लेन-देन से जुड़ी लागत कम है, जिसमें केवल माइनिंग फीस शामिल है। इस प्रकार, स्टॉक एक्सचेंजों के लिए ब्रोकर्स कंपनी की तुलना में, क्रिप्टो-करेंसी खरीदते और बेचते समय एक्सचेंज स्वयं कम लागत लेते हैं।

क्रिप्टोकरेंसी का मूल लक्ष्य नकद या क्रेडिट कार्ड जैसे भुगतान का एक स्वीकृत रूप होना था। हालांकि ऐसा अभी तक नहीं हुआ है, लेकिन क्रिप्टोकरंसी में दिलचस्पी बढ़ रही है। बहुत से लोग जो कीमत कम होने पर पहले इसमें निवेश नहीं कर पाये, वो अफसोस करते हैं।

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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न:

क्रिप्टोकरेंसी में या शेयर बाजार में निवेश करें! कौन सा बेहतर है?

इन दोनों प्रकार के निवेश जोखिम के साथ आते हैं, कोई कम अस्थिर होते हैं और कोई ज्यादा। कई सालों तक लोग शेयर बाजार के निवेश मॉडल तक ही सीमित रहे। लेकिन बिटकॉइन और अन्य क्रिप्टोकॉइन की कीमत के हालिया उछाल ने लोगों को आकर्षित किया है।

अगर आप कम रिस्क लेने के आदि है तो शेयर मार्केट या Mutual Fund में पैसा लगा सकतें है। क्रिप्ट-करेंसी निवेश “ज्यादा जोखिम, ज्यादा लाभ” की श्रेणी में आता है। मतलब इसमें निवेश करना जोखिम भरा है, लेकिन संभावित रूप से अत्यंत लाभदायक भी है। चूंकि क्रिप्टो बाजार अत्यधिक अस्थिर है- कीमतें किसी भी समय गिर सकती हैं या बढ़ सकती हैं।

इसका मतलब यह नहीं है कि क्रिप्टोकरेंसी एक खराब निवेश है या आपको इसे नहीं खरीदना चाहिए। यदि यह वास्तविक जीवन इस्तेमाल होने लगती है, तो यह संभावित रूप से दुनिया को बदल सकता है। जिन लोगों ने जल्दी निवेश किया है वे बहुत पैसा कमा सकते हैं।

कौन सी क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करें?

जिस क्रिप्टोकरेंसी के डेवलपर और मैनेजमेंट अच्छे हो, कॉइन की तकनीक उपयोगी हो, अच्छा सोशल प्रेसेंस और बाजार पूंजीकरण हो, उसमें इन्वेस्टमेंट करना चाहिये। ऐसे क्रिप्टो-कॉइन के विकास की संभावनाएं अधिक रहती है।

ब्लॉकचेन (Blockchain) क्या है?

ब्लॉकचैन नेटवर्क एक डिजिटल बही खाता होता है जो क्रिप्टो-ग्राफी द्वारा 100% सिक्योर्ड हैं। इस नेटवर्क में डेटा कई Blocks में स्टोर रहते है और एक ब्लाक कई दुसरे ब्लाक से जुड़े होते हैं। इस तरह यह डेटा या ब्लाक का चेन बनाते हैं, इसीलिए इस नेटवर्क को ‘Blockchain’ कहते हैं.

इसके प्लेटफॉर्म पर ना सिर्फ डिजिटल-करेंसी बल्की किसी भी चीज को डिजिटल बनाकर उसका रिकॉर्ड रखा जा सकता है।

निष्कर्ष (Conclusion)

यदि आप क्रिप्टो में निवेश करने का निर्णय लेते हैं, तो विचार करें कि यह आपकी जोखिम सहनशीलता और वित्तीय आवश्यकताओं के साथ कैसे फिट बैठता है। मतलब निवेशक को, केवल उतना ही पैसा निवेश करना चाहिये जिसे खोने का जोखिम उठा सकते हैं।

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